milap singh bharmouri

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Sunday 7 September 2014

णुहा न बनदी धियुआ

णुहा न बनदी धियुआ कदी
भौंए लाई लेया ललड लपड
अपना जिना रंग दसिए गंदी
लाई गंदी अकली रा थप्पड
बस अपना टैम तू कट मिलापा
बनी करी दुनिया मंज जक्कर

-------- मिलाप सिंह भरमौरी

मेरी कविता तांए तुसे ऐस पेजा जो लाइक करा ।

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