सिद्धे मनु जो ना कदी धुखा
सिद्धे मनु री बुरी आ हा
खांदे - पिन्दे मस्त गुजारदेयो
अपनी जून न नरक बना
चंटा वले भुन हओउ चालाकी
सिद्धे रा रिश्ता सिद्धा उप्पर हा
मोड़ बनू न भरमौर मंत्री न पुर
सुन्कु रा न मीला रे नडा पुर हा
...............मिलाप सिंह भरमौरी
सिद्धे मनु री बुरी आ हा
खांदे - पिन्दे मस्त गुजारदेयो
अपनी जून न नरक बना
चंटा वले भुन हओउ चालाकी
सिद्धे रा रिश्ता सिद्धा उप्पर हा
मोड़ बनू न भरमौर मंत्री न पुर
सुन्कु रा न मीला रे नडा पुर हा
...............मिलाप सिंह भरमौरी