पुच्छा लैन संगता
चेला खेल्या ए
केलंगा रा नमाले
हण हण , हण हण
हण हण होए
हंगल मारदा ऐ
पीठी पुर घुमकारे
हथ रखदे ने
हेरा पुर केलंग
संगता लांदी ने
जय जय जयकारे
पिया केलंगा रे हथा
री पियास
दुःख मुकी गाने
ने जिन्दगी रे सारे
पुच्छा लैन , पुच्छा
लैन
पुच्छा लैन संगता
चेला खेल्या ए
केलंगा रा नमाले
…..milap singh
bharmouri
No comments:
Post a Comment